HEALTH CARE SELF CARE
क्या अपपको पता हैं , हम सुबह में अपनी पढाई को जयादा अच्छी तरह क्यों कर पाते हैं या जयादा याद रहती हैं? फिर चाहे वो पढाई हो या कोई और काम। ....
पुराने ज़माने के वक़्त जो ऋषि होते थे वो सभी सुबह 4 बजे ही उठा करते थे | और इसीलिए भी वो बुद्धिमान होते थे और उन्हें जयादा knowledges होती थी |
तो होता कुछ यु हैं की जान हम देर रात तक जाग कर काम करते हैं तो हमारे दिमाग को दुगनी मेहनत करनी पड़ती हैं , क्युकी हमारे दिमाग की जो तंत्रिका या जिसे neuron भी कहते हैं वो दिन भर काम करने की वजह से रात 11 बजते बजते 99 % तंत्रिका या Neuron थक जाते हैं या inactive हो जाते हैं जिसके वजह से actively
काम नहीं करते हैं उतनी , और सिर्फ 1 % एक्टिव रहते हैं जिस पर हम सारा भर दे देते हैं | अब ये तो जाहिर सी बात हैं की आप 1 % की active mode पर काम करोगे तो वो धीमी गति से तो काम होगी ही और मेहनत भी लगेगी ही पर अब ठीक इसका उल्टा सुबह के वक़्त होती हैं। सुबह के वक़्त सिर्फ 1 % तंत्रिका सोये या inactive रहते हैं और 99 % active mode में रहती हैं जिसकी वजह से हम कुछ भी पढ़ते हैं हमे फाटक से याद हो जाती हैं साथ ही साथ ये लम्बे समय तक याद भी रहती हैं। पर आज के समय हमे देर रात जागने की आदत लग चुकी हैं जिसकी वजह से हमारी सुबह ही देर से सुरु होती हैं , अब जब सुबह की शुरुआत ही देर से होगी तो दिन भी सारी काम भी late late ही जाएगी । इतना ही क्यों हमारे health पर भी तो असर पड़ता हैं नहीं!!!!!!!
क्या अपपको पता हैं , हम सुबह में अपनी पढाई को जयादा अच्छी तरह क्यों कर पाते हैं या जयादा याद रहती हैं? फिर चाहे वो पढाई हो या कोई और काम। ....
पुराने ज़माने के वक़्त जो ऋषि होते थे वो सभी सुबह 4 बजे ही उठा करते थे | और इसीलिए भी वो बुद्धिमान होते थे और उन्हें जयादा knowledges होती थी |
तो होता कुछ यु हैं की जान हम देर रात तक जाग कर काम करते हैं तो हमारे दिमाग को दुगनी मेहनत करनी पड़ती हैं , क्युकी हमारे दिमाग की जो तंत्रिका या जिसे neuron भी कहते हैं वो दिन भर काम करने की वजह से रात 11 बजते बजते 99 % तंत्रिका या Neuron थक जाते हैं या inactive हो जाते हैं जिसके वजह से actively
काम नहीं करते हैं उतनी , और सिर्फ 1 % एक्टिव रहते हैं जिस पर हम सारा भर दे देते हैं | अब ये तो जाहिर सी बात हैं की आप 1 % की active mode पर काम करोगे तो वो धीमी गति से तो काम होगी ही और मेहनत भी लगेगी ही पर अब ठीक इसका उल्टा सुबह के वक़्त होती हैं। सुबह के वक़्त सिर्फ 1 % तंत्रिका सोये या inactive रहते हैं और 99 % active mode में रहती हैं जिसकी वजह से हम कुछ भी पढ़ते हैं हमे फाटक से याद हो जाती हैं साथ ही साथ ये लम्बे समय तक याद भी रहती हैं। पर आज के समय हमे देर रात जागने की आदत लग चुकी हैं जिसकी वजह से हमारी सुबह ही देर से सुरु होती हैं , अब जब सुबह की शुरुआत ही देर से होगी तो दिन भी सारी काम भी late late ही जाएगी । इतना ही क्यों हमारे health पर भी तो असर पड़ता हैं नहीं!!!!!!!
No comments:
Post a Comment
Thank you for comment....